आजकल ज्यादातर महिलाएं डिलीवरी के या तो 45 दिन बाद या 3 महीने बाद अपना काम जारी रखना चाहती हैं या मैटरनिटी लीव खत्म होते ही तुरंत काम पर लौटना चाहती हैं। पर डिलीवरी के बाद सबसे बड़ी समस्या होती है बच्चे की देखभाल कौन करेगा। कपल जो अपनी फैमिली के साथ न रहकर बाहर नौकरी कर रहे होते हैं उनके लिए सबसे बड़ी दिक्कत की बात तो यही होती है की उनके बच्चे की देख्भाल पीछे से कौन रखेगा।
आजकल बेबीसिटर पर भी कई पेरेंट्स विश्वास नहीं करते हैं तो ऐसे में उनकी चिंताएं और बढ़ जाती हैं। परेशान होने की जरूरत नहीं हैं इस लेख में हम आपको बेबीसिटर रखने की कुछ जरूरी बाते बता रहे हैं, अगर उन्हें ध्यान में रखेंगे तो बेबीसिटर से आपका विश्वास कभी नहीं उठेगा। तो चलिए बताते हैं –
बच्चे के लिए बेबीसिटर रखते समय किन बातों का रखें ध्यान (Tips For Choosing A Babysitter in Hindi)
बेबीसिटर के लिए जान पहचान से बात करें -
बेबीसिटर के लिए पहले अपने आसपास पड़ोस में या रिश्तेदारी में बात करें कि ये काम कोई कर सकता है क्या? साथ में ये भी पूछें कि उस महिला ने कही पहले किसी बच्चे को संभाला है या नहीं? अगर आपका पहले से ही प्लैन है कि डिलीवरी के कुछ दिन बाद आपने नौकरी के लिए लौटना है तो बेबीसिटर की प्लैनिंग पहले से ही करना शुरू कर दें।
उम्र का सबसे ज्यादा ध्यान रखें -
जब भी बच्चे के लिए बेबीसिटर देखें तो कम उम्र की बेबीसिटर ये सोचकर न रखें कि ये ऐसा गलत काम नहीं करेगी और इसकी आर्थिक रूप से भी मदद हो जाएगी। हमेशा 18 से अधिक उम्र की बेबीसिटर की तलाश करें जो आपके छोटे से बच्चे को जिम्मेदारी के साथ संभाल सके। जब बेबीसिटर रखें तो उसका ऐज सर्टिफिकेट मांगें। साथ ही, उसके एड्रेस प्रूफ भी देखें।
डॉक़्यूमेंट्स चेक करें -
जब भी बेबीसिटर या मेड रखें तो उससे उसका "आधार कार्ड" जरूर मांगें। इन डॉक्युमेंट्स की कॉपी अपने पास रखें। अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो एक बात जान लें कि आपके बेबीसिटर की उम्र 18 से कम नहीं होनी चाहिए और बाहर रहते हैं तो 14 साल से कम न हो। वरना आप चाइल्ड लेबर प्रोहेबिशन एंड रेग्युलेशन ऐक्ट में फंस सकते हैं।
बेबीसिटर से पूछें ये सवाल -
मेड या बेबीसिटर को सीधा काम पर रखने से पहले उससे सवाल जवाब करें, संतुष्टि होने के बाद ही उन्हें रखें। सवाल जैसे -