मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) का अर्थ है महिला के मासिक धर्म या पीरियड्स का बंद हो जाना। एक साल तक जिस महिला के पीरियड्स नहीं होते हैं उसे मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) कहते हैं। हर साल लाखों करोड़ों महिलाएं मेनोपॉज की स्थिति से गुजरती हैं। इस प्रक्रिया में 50 की उम्र के आस-पास महिलाओं में मेनोपॉज को नियंत्रित नहीं किया जा सकता।
मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) में महिलाओं में ओवुलेशन बंद हो जाता है और फिर वो गर्भवती नहीं हो सकती। इस लेख में हम आपको मेनोपॉज के कुछ लक्षण बता रहे हैं जैसे योनि का सूखापन, हॉट फ्लैशेस, नींद न आना, कामेच्छा की कमी और सिरदर्द। साथ ही मेनोपॉज के लक्षणों (Menopause ke lakshan aur ilaaj) को कम करने के कुछ सरल घरेलू उपाय भी हैं जिनके बारे में जानना आपके लिए जरूरी हैं।
मेनोपॉज के लक्षण और इलाज - Menopause symptoms and treatment in Hindi
रजोनिवृत्ति में हॉट फ़्लैश महसूस होना - Hot Flashes During Menopause in Hindi
कई महिलाओं को रजोनिवृत्ति के दौरान हॉट फ़्लैश लक्षण महसूस होता है। इस लक्षण में गर्माहट महसूस होने लगती है। ये गर्माहट आपको शरीर के ऊपरी हिस्से या फिर शरीर के पूरे हिस्से में महसूस हो सकती है। साथ ही इस लक्षण में आपको चेहरे व गर्दन पर लालिमा का भी अनुभव होता है। इसके अलावा पसीना भी काफी ज्यादा आता है। अगर ये लक्षण काफी ज्यादा दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
रजोनिवृत्ति के दौरान वेजाइना का सूखापन और दर्द - Vaginal Dryness and Pain During Menopause in Hindi
एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन महिलाओं में पाए जाने वाले हॉर्मोन हैं और इनके कम उत्पादन की वजह से वैजाइना में ड्राईनेस आ जाती है। इसके अलावा योनि के आसपास खुजली, चुभन, जलन आदि का अनुभव कर सकती हैं। अगर वैजाइना में सूखापन अधिक हो रहा है तो आप मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर तब भी आपको आराम नहीं मिल पा रहा है तो एक बार डॉक्टर से सलाह लें।
रजोनिवृत्ति के दौरान नींद न आना - Insomnia During Menopause in Hindi
कोई भी उम्र हो हर उम्र में 7-8 घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी होता है। लेकिन कई महिलाओं को रजोनिवृत्ति के दौरान नींद न आने की समस्या देखने को मिलती है। अगर आपको भी इसी तरह की समस्या है तो सोने से पहले कोई संगीत सुनें, थकान भरा काम करें जिससे नींद आए आदि।
रजोनिवृत्ति के दौरान अवसाद - Depression in Menopause in Hindi
रजोनिवृत्ति की वजह से शरीर में कई हॉर्मोन परिवर्तन होते हैं। महिलाओं में जल्दी-जल्दी मूड में बदलाव होना, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। अगर आप ऐसे समय में डिप्रेशन से काफी अधिक लड़ रहे हैं तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
अन्य लक्षण जैसे मूत्र मार्ग संक्रमण (Urinary Tract Infections), कामेच्छा की कमी (Loss of Libido), वैजाइनल एट्रोफी (Vaginal Atrophy), लगातार पेशाब आना (Frequent Urination), बालों, त्वचा और अन्य बदलाव।
मेनोपॉज के घरेलू उपाय – Menopause ke gharelu upay