डैंड्रफ की समस्या तनाव, रुखी त्वचा, सिर की परत के गंदा होने या खराब हेयर प्रोडेक्ट्स का इस्तेमाल करने के कारण हो सकता है। डैंड्रफ से बचने के लिए आपको प्राकृतिक नुस्खों (Ayurvedic Treatment for Dandruff) की जरूरत होती है। आयुर्वेदिक इलाज की मदद से हम डैंड्रफ को ना सिर्फ कम कर सकते हैं बल्कि आगे भी इन्हें होने से रोक सकते हैं। आइए आपको कुछ ऐसे उपाय बताए जिनसे आप अपने खूबसूरत बालों को डैंड्रफ (Rusi) की मार से बचा सकते हैं।
नियमित रूप से स्नान करें - Take Regular Bath
यह बात सच है कि नियमित रूप से स्नान करने और हैड मसाज करने से डैंड्रफ को कंट्रोल किया जा सकता है। क्योंकि इससे डैंड्रफ स्केलप पर एक जगह जमा नहीं होता है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप हर रोज सिर धो सकते हैं। इसके बदले आप एक दिन बीच लगाकर सिर जरूर धोएं।
नीम की पत्तियों का प्रयोग करें - Use Neem Leaves
कुछ नीम की पत्तियों को लेकर उसे पानी में उबाल लें। अब इस पानी से अपने बालों को धोएं। नीम में एंटीफंगल और एंटीबेक्टीरियल (Antibacterial) गुण होते हैं जो इसे डैंड्रफ से लड़ने के लिए मददगार बनाते हैं। अच्छे परिणाम के लिए नीम की पत्तियों को उबालकर इस पानी से नियमित रूप से नहाना चाहिए।
कोकोनट ऑयल थेरेपी - Use Coconut oil therapy
हफ्ते में कम से कम दो से तीन बार नारियल के तेल को गुनगुना करके उससे बालों में मसाज करें। यह बाल को जड़ों से पोषण देता है। लेकिन पोर्स को ब्लोकिंग से बचाने के लिए ज्यादा लंबे समय तक नारियल के तेल को बालों में लगा कर न रखें। तेल लगाने के एक घंटे बाद सर धो लें।
मेथी दाने को पीसकर बनाए पेस्ट - Paste of Methi Seeds
मेथी के दाने को रात भर भिगों कर रख दें और सुबह उठकर इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को 30 से 45 मिनट के लिए लगा कर रखें। हम आपको बता दें कि मेथी पाउडर बालों को झड़ने से भी रोकते हैं और डैंड्रफ से भी मुक्ति दिलाते हैं।
आंवला और तुलसी का मिश्रण - Mixture of Amla and tulsi
आंवला पाउडर के साथ तुलसी के पत्तों को पीस(Grind) लें। अब इसे सर पर अच्छे तरीके से और एक घंटे के लिए छोड़ दें। इसके बाद बालों को धो लें।