ब्रेस्टफीडिंग कैसे वजन कम करने में कर सकती है मदद

Breastfeeding kaise vajan kam karne me kar sakti hai madad
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यह हम सभी जानते हैं बेबी को स्तनपान करना कितना जरूरी है। वास्तव में, यह कहा जाता है कि मां द्वारा अपने बच्चे को दिया जा सकता सबसे अच्छा उपहार है। ब्रैस्टमिल्क बच्चे को सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करता है जो बढ़ने के लिए आवश्यक हैं। माओं के लिए ब्रेस्टफीडिंग के फायदे यह है कि ये प्रेगनेंसी में बड़े वजन को बढ़ाने में मदद करता है। जी हां, आपने बिलकुल सही पढ़ा।

ज्यादातर महिलाएं प्रसव होते ही अपनी गर्भावस्था का वजन कम करने के लिए उत्सुक रहती हैं। यदि आप भी यही सोच रही हैं, तो चिंता न करें, आप अकेली नहीं हैं। एक चीज जो माओं को याद रखनी चाहिए कि रातोंरात आपका प्रेग्नेंसी में वजन नहीं बढ़ा है, तो आप रातोंरात आप वजन भी नहीं कम कर सकते। ब्रेस्टफीडिंग वजन कम करने की प्रक्रिया को बढ़ती है। साइंस ने बताया है कि किसे स्तनपान प्रेग्नेंसी में वजन कम करने में मदद कर सकता है।

ब्रेस्टफीडिंग एंड वेट लॉस -

स्तनपान करते समय, आपका शरीर वसा कोशिकाओं का उपयोग करता है जो आपके शरीर में दूध के उत्पादन के लिए संग्रहीत थे। स्तनपान की प्रक्रिया प्रति दिन लगभग 500-700 कैलोरी जलाने में मदद करती है।

कैलोरी बर्न कई कारकों पर निर्भर करती हैं जैसे आप किस प्रकार की कैलोरी का सेवन कर रहे हैं, कितनी मात्रा में आप शारीरिक गतिविधि में शामिल हो रही हैं। क्योंकि कई महिलायें जंक फ़ूड को नजरअंदाज करती हैं और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कई सब्जियां व फलों को खाती है, इसलिए यही कारण है कि वो वेट तेजी से कम करती हैं। जर्नल ऑफ होलिस्टिक नर्सिंग में प्रकाशित 24 महिलाओं के एक छोटे से अध्ययन में पाया गया कि लगभग आधी महिलाओं को स्तनपान से उन्हें प्रसवोत्तर वजन कम करने में मदद मिली।

अन्य स्टडी -

जर्नल एचएचएस पब्लिक एक्सेस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिकी महिलाओं के बीच किए गए शोध में पाया गया कि कम से कम तीन महीने तक स्तनपान कराने से प्रसवोत्तर वजन कम करने पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन की पत्रिका में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में, यह पाया गया कि स्तनपान कम प्रसवोत्तर वजन प्रतिधारण से जुड़ा था। जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं, उनमें प्रेगनेंसी वजन को कम करने या गर्भावस्था से पहले वजन में आने में 6 प्रतिशत की संभावना उन महिलाओं की तुलना में अधिक होती है जो बेबी को फार्मूला मिल्क पिलाती हैं। इतना ही नहीं, जिन महिलाओं ने अपने बच्चों को छह-बारह महीने तक स्तनपान कराया, उनके शरीर में बच्चे के जन्म के बाद 5 साल तक फैट का प्रतिशत शरीर में कम हो जाता है।

ध्यान रखें -

कई महिलाओं में वजन कम डिलीवरी के बाद ही होता है, डिलीवरी के बाद कई महिलाएं प्राकृतिक तरीके से महीने में एक या दो किलो कम कर ही लेती हैं, जो कि बेहद हेल्दी है। हालांकि प्रेगनेंसी से पहले वाले वजन में आने के लिए आपको दस से बारह महीने लग सकते हैं। सही डाइट का चयन और शारीरिक रूप से चुस्त रहना प्रेगनेंसी के बाद वजन कम करने में एक बहुत अहम भूमिका निभाता है। लेकिन हर महिला का शरीर एक जैसा नहीं होता, और न ही हर महिला ब्रेस्टफीडंग के दौरान वजन कम कर सकती।

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